AD Video Of Day

Breaking News

पाकिस्तान- माइनॉरिटी के लिए एक नरक

पाकिस्तान अपनी माइनॉरिटी के साथ बुरी तरह से व्यवहार करने के कारण एक गंभीर संकट के सामने खड़ा है। पाकिस्तान में मुस्लिम बहुल होने के बावजूद, उसमें हिंदू, सिख, ईसाई और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय हैं, जो सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से निराशा के शिकार हैं। उन्हें समाज से अलग कर दिया गया है और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित किया गया है।

#pakistan minority status#


pakistan-minority
pakistan-minority-condition

एक बहुत बड़ी समस्या यह है कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने में देरी हो रही है। इन लोगों के लिए सड़कों, स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों बहुसंख्यक आबादी सी सुविधाएं नहीं हैं। वे अक्सर भूखे, बेघर और निराशा भरा जीवन जी रहे हैं।

अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले अत्याचार का एक उदाहरण हाल ही में हुआ था, जब कुछ हिंदू, सिख,क्रिश्चन लोगो को उन्हें धमकियों के बीच मजबूर किया जाता हैं की वे अपना धर्म छोड़कर इस्लाम को स्वीकार करें। इसके अलावा, अल्पसंख्यक समुदायों की, उनके रिश्तेदारों की हत्याओं की खबरें भी वहाँ प्रमुख अखबारों में अक्सर दिखाई पड़ जाती हैं|

अल्पसंख्यक समुदायों के प्रति धार्मिक असहिष्णुता भी बढ़ रही है।
 हाल ही में, सिख समुदाय के सदस्यों और ईसाई समुदाय के सदस्यों के साथ भी धार्मिक उत्पीड़न की खबरें आई हैं।

अल्पसंख्यक समुदायों के साथ इस तरह का व्यवहार करना खतरनाक होता है और उन्हें उनके अधिकारों से वंचित कर देना गलत है। यह इन समुदायों के लोगों के साथ होना नहीं चाहिए। पाकिस्तान के साथ इस संकट का निपटान करने के लिए वहां के अलग-अलग राजनितिक,सोशल , मेजोरिटी(बहुसंख्यक) धार्मिक दलों की जिम्मेदारियों को उठाना होगा। राजनीतिक दलों को उनके अधिकारों की रक्षा करने के साथ-साथ अल्पसंख्यक समुदायों के साथ धार्मिक असहिष्णुता को रोकने के लिए कठोर कानून बनाए जाने की भी जरूरत है। संबंधित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की लगाना और सख्त सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ावा देना भी जरूरी है।

pakistan-minority
pakistan-minority-bad-condition

दूसरी ओर, भारत सरकार और विश्व की अन्य सरकारों को जो ह्यूमन राइट्स, धार्मिक भेद-भाव और धार्मिक असहिष्णुता पर भारत सरकार को बड़े-बड़े भाषण देती हैं उन्हें इस मामले में सख्त कदम उठाने की जरूरत है। पाकिस्तान में समुदायों के बीच धार्मिक भेदभाव बढ़ने के बाद उन्हें समय रहते संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मुद्दे को उठाना चाहिए। पाकिस्तान मे इस समस्या का समाधान तभी होगा जब पाकिस्तान की सरकार और वहां मुस्लिम लोग एकजुट होंगे और अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा करें। इस तरह के घटनाओं से बचने के लिए लोगों को सद्बुद्धि से धार्मिक और सांस्कृतिक समझौता करना चाहिए।

Read More: पाकिस्तान- बर्बाद होता एक देश 



इस समस्या के समाधान के लिए अलग-अलग सामाजिक व सांस्कृतिक संगठनों को एक साथ काम करना चाहिए। इन संगठनों को जनता के मध्य जाकर जागरूकता फैलानी चाहिए ताकि अल्पसंख्यक समुदायों को धार्मिक असहिष्णुता से बचाया जा सके। इस समस्या को समझने के लिए इस मुद्दे को एक धार्मिक मुद्दे से नहीं देखा जाना चाहिए। यह संबंधित समुदायों के मानवाधिकारों का भी सवाल है।

अंत में, पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों के साथ धार्मिक असहिष्णुता बढ़ना एक चिंता का विषय है। इस समस्या को हल करने के लिए सभी संबंधित संगठनों को एक साथ काम करना चाहिए। सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और समाज में सद्भाव फैलाना चाहिए ताकि सभी लोगों के अधिकारों का सम्मान किया जा सके|

#pakistan minority status#

 


******************** 

 

 

  

कोई टिप्पणी नहीं