गांव जो देखा | Gaon Jo Dekha|
Gaon Jo Dekha- Kavita
खेत ,
हरे भरे ,
लहलहाते,
मानो झूमते -गाते ,
पतली सी ,
पगडंडियां ,
खुरो की छाप ,
उन पर |
टन -टन बजती ,
घंटियाँ ,पशुओ की ,
सामूहिक एकता ,
चरते पशु ,
मस्त किसान ,
रिमझिम बारिश की ,
फुहार |
जीवन का ,
अटूट ,लयबद्ध प्रवाह ,
आज मैने
गांव जो देखा |
- राकेश
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