कविता - तपन
HINDI KAVITA-TAPAN |
तपन ग्रीष्म की ,
सुख की नींद लेता ,
लेटा पीपल के पेड़ तले किसान ,
मीठी खुशबु से भीगा वातावरण ,
अलबेला ,अनूठा याद के लायक |
फसल पकती ,
हवा में डोलती ,इतराती ,
झूमती ,नाचती ,गाती ,
मानो गा रही गीत जीवन का ,
जो भरा है उल्लास ,आनंद और सुख से |
देता इतना सकून ग्रीष्म,
मन में भरता प्रेम ,
भरता पेट पकती फसलों से ,
आनंदित करता चित -चितवन मानव का |
कितना महत्पूर्ण है ग्रीष्म ,
मानव के जीवन चक्र में
बारम्बार नमन करता मानव ,
,
ऋतुओ के अलग -अलग पड़ावों को ,
जो जलाती जीवन -ज्योति सृष्टि मे |
------------- राकेश
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